Kishor Katyal | 6:45pm Sep 29 |
SADHNA KA AMRIT PATH
कौन सा ह्रदय लेकर आऊँ?
कौन सा मन, कौन सा धन, कैसा तन लेकर आउँ?
क्या तुझे दूँ, जो तू रीझ सके?
क्या कर्म करूँ कि तेरी कृपा मझे मिल जाए?
क्या प्रार्थना करूँ कि तू सुन ले?
कितने जन्म और लूँ कि तेरा धाम मिल सके?
हे मेरे पावन प्रभो! बहुत युग बीते कब लोगे खबर? कब सुनोगे पुकार।
FROM PARVACHAN OF MAHARAJSHRI
कौन सा ह्रदय लेकर आऊँ?
कौन सा मन, कौन सा धन, कैसा तन लेकर आउँ?
क्या तुझे दूँ, जो तू रीझ सके?
क्या कर्म करूँ कि तेरी कृपा मझे मिल जाए?
क्या प्रार्थना करूँ कि तू सुन ले?
कितने जन्म और लूँ कि तेरा धाम मिल सके?
हे मेरे पावन प्रभो! बहुत युग बीते कब लोगे खबर? कब सुनोगे पुकार।
FROM PARVACHAN OF MAHARAJSHRI
No comments:
Post a Comment